Happy to Help!
Click to Start Chat
एचपीसीएल द्वारा मुम्बई तथा विजाग में अपने स्वामित्व वाली क्रमश: 9.5 एवं 8.3 मिलियन मीट्रिक टन प्रति वर्ष (एमएमटीपीए) क्षमता की रिफाइनरियों का परिचालन किया जा रहा है। एचपीसीएल के पास मुम्बई में भारत की सबसे बड़ी ल्यूब रिफाइनरी भी है जो 428 हजार मीट्रिक टन प्रति वर्ष (टीएमटीपीए) की क्षमता की ल्यूब ऑयल आधारित मदों का उत्पादन करती है। मुम्बई तथा विजाग की दोनों रिफाइनरियों का उन्नयन बीएस-VI के अनुरूप परिवहन ईंधनों के उत्पादन के लिए किया गया है।
एचपीसीएल की अपनी संयुक्त उद्यम कम्पनी एचपीसीएल-मित्तल एनर्जी लिमिटेड (एचएमईएल) में 48.99% इक्विटी भागीदारी है, जो भटिंडा, पंजाब में 11.3 एमएमटीपीए (एचएमईएल) क्षमता की रिफाइनरी का परिचालन कर रही है। 15 एमएमटीपीए वाली मंगलौर रिफाइनरी एंड पैट्रोकैमिक्लस लिमिटेड (एमआरपीएल) में भी कम्पनी की भागीदारी 16.96% है। राजस्थान के बाड़मेर जिले में स्थित पचपाद्रा में संयुक्त उद्यम कम्पनी एचपीसीएल राजस्थान रिफाइनरी लिमिटेड (एचआरआरएल) के माध्यम से एक नई 9 एमएमटीपीए ग्रीनफील्ड रिफाइनरी-एवं- पैट्रोकैमिकल काम्प्लेस की स्थापना की जा रही है।
वर्ष 2021-22 एचपीसीएल रिफाइनरियों के लिए एक महत्वपूर्ण वर्ष था। इस वर्ष मुंबई रिफाइनरी ने प्राथमिक और द्वितीयक दोनों इकाइयों के सुधार के साथ-साथ मुंबई रिफाइनरी एक्सपेंशन प्रोजेक्ट अंडर एक्ट (एमआरईपी) को क्रियान्वित करके अपनी क्रूड प्रोसेसिंग क्षमता को 7.5 एमएमटीपीए से 9.5 एमएमटीपीए तक बढ़ाया। विशाख रिफाइनरी ने 100% से अधिक की क्षमता उपयोग प्राप्त करके ध्वनि भौतिक प्रदर्शन देना जारी रखा।
2021-22 | 2020-21 | 2019-20 | 2018-19 | 2017-18 | 2016-17 | |
---|---|---|---|---|---|---|
मुंबई रिफाइनरी थ्रूपुट | 5.56 एमएमटी | 7.37 एमएमटी | 8.07 एमएमटी | 8.67 एमएमटी | 8.64 एमएमटी | 8.51 एमएमटी |
विशाख रिफाइनरी थ्रूपुट | 8.41 एमएमटी | 9.05 एमएमटी | 9.11 एमएमटी | 9.77 एमएमटी | 9.64 एमएमटी | 9.30 एमएमटी |
संयुक्त रिफाइनरी थ्रूपुट | 13.97 एमएमटी | 16.42 एमएमटी | 17.18 एमएमटी | 18.44 एमएमटी | 18.28 एमएमटी | 17.81 एमएमटी |
मुंबई रिफाइनरी को 1954 में तत्कालीन ईएसएसओ द्वारा 1.25 एमएमटीपीए की क्रूड रिफाइनिंग क्षमता के साथ शुरू किया गया था। चरणों में इसकी क्षमता बढ़ाकर 9.5 एमएमटीपीए कर दी गई थी।...
विशाख रिफाइनरी 1957 में कैल्टेक्स ऑयल रिफाइनिंग इंडिया लिमिटेड (सीओआरआईएल) द्वारा 0.675 एमएमटीपीए की क्रूड प्रोसेसिंग क्षमता के साथ शुरू की गई ...
ल्यूब रिफाइनरी को 1969 में लुब्रिकेटिंग ऑयल बेस स्टॉक्स की 165 हजार मीट्रिक टन प्रति वर्ष (टीएमटीपीए) की क्षमता के साथ, ईएसएसओ और भारत सरकार के बीच एक संयुक्त उद्यम के रूप में शुरू किया गया था।...
एचएमईएल, एचपीसीएल और मित्तल एनर्जी इन्वेस्टमेंट्स प्रा. लि., सिंगापुर का संयुक्त उपक्रम है।...
मैंगलोर रिफाइनरी एवं पेट्रोकेमिकल्स लिमिटेड (एमआरपीएल) एचपीसीएल और ओएनजीसी का संयुक्त उपक्रम है...
क) विजाग रिफाइनरी आधुनिकीकरण परियोजना (वीआरएमपी):
इस परियोजना उद्देश्य विशाखापत्तनम, आंध्र प्रदेश में स्थित विद्यमान विजाग रिफाइनरी की वर्तमान 8.33 एमएमटीपीए क्षमता का संवधन 15 एमएमटीपीए करके इसका आधुनिकीकरण करना है। इस परियोजना में नई क्रूड यूनिट, अपशिष्ट उन्नयन सुविधाएं, बीएस-VI ग्रेड एवं एमएस के उत्पादन के लिए विद्यमान यूनिटों का पुन:निर्माण, उपयोज्यता सिस्टम में आवर्धन, एकीकृत बहि:स्त्राव उपचार व्यवस्था, ऑफसाइट सुविधाएं, ग्रिड क्नेक्टिविटी एवं अन्य सम्बद्ध सुविधाओं से युक्त कैप्टिव ऊर्जा संयंत्र के कार्य शामिल हैं। परियोजना लागत 26264 करोड़ रूपए है।
ख) राजस्थान रिफाइनरी लिमिटेड (एचआरआरएल)
एचपीसीएल राजस्थान रिफाइनरी लिमिटेड (एचआरआरएल) को 18 सितंबर, 2013 को हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (एचपीसीएल) और राजस्थान सरकार (जीओआर) के बीच संयुक्त उद्यम के रूप में क्रमशः 74% और 26% की इक्विटी भागीदारी के साथ शामिल किया गया था।
इस परियोजना में राजस्थान के बाड़मेर जिले के पचपदरा में 9 एमएमटीपीए ग्रीनफील्ड रिफाइनरी सह पेट्रोकेमिकल कॉम्प्लेक्स स्थापित करना शामिल है, जिसमें स्थानीय और आयातित क्रूड के मिश्रण को संसाधित करने की सुविधा है।
परियोजना की अनुमानित लागत 43,129 करोड़ रुपये है।
एचआरआरएल कॉम्प्लेक्स से बिक्री के लिए परिकल्पित उत्पाद हैं जैसे, बीएस-VI गैसोलीन और बीएस-VI डीजल, सल्फर, पॉलीप्रोपाइलीन, लीनियर लो-डेंसिटी पॉलीइथाइलीन, हाई-डेंसिटी पॉलीइथाइलीन, बेंजीन, टोल्यूनि और 1,3 ब्यूटाडीन।
बाड़मेर-पालनपुर पाइपलाइन के माध्यम से बीएस-VI गैसोलीन और डीजल उत्पाद की निकासी की जाएगी। सड़क टैंकरों के माध्यम से तरल और ठोस पेट्रोकेमिकल उत्पादों को निकाला जाएगा।